बागपत, मई 7 -- जनपद बागपत के एथलीट्स ने केवल अपने बलबूते जनपद का नाम देश और दुनिया में विख्यात किया है। बावजूद इसके कि जिले में एक भी प्रशिक्षित एथलीट कोच मौजूद नहीं है। जिले के युवाओं को पर्याप्त सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। किसी भी स्टेडियम में अच्छा ट्रैक नहीं है, जिस पर युवा दौड़ लगा सकें और सेना भर्ती, खेल की तैयारियों के लिए अभ्यास कर सकें। राज्यसभा सांसद जयंत चौधरी द्वारा बड़ौत के जेवी कॉलेज में खिलाड़ियों के लिए रेसिंग ट्रैक बनवाने का प्रयास किया था, लेकिन वह भी अभी तक परवान नहीं चढ़ पाया। जनपद बागपत में एथलीट का एक भी प्रशिक्षित कोच नहीं है। जमैका जैसे छोटे से देश भी ओलंपिक में एथलीटों के बल पर ढेरों पदक जीत गए, लेकिन अपने यहां एथलीट के सभी पड़ाव/चरणों की जानकारी तक से खिलाड़ी अवगत नहीं है। इन खिलाड़ियों ने किया है नाम रोशन: बागपत के खेकड़...