रांची, सितम्बर 10 -- रांची, संवाददाता। हर साल 10 सितंबर को विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य आत्महत्या जैसे गंभीर सामाजिक और मानसिक स्वास्थ्य संकट पर वैश्विक स्तर पर ध्यान दिलाना है। इस साल इस दिवस की थीम 'आत्महत्या पर दृष्टिकोण बदलें।' रखी गई है। बता दें कि भारत समेत पूरी दुनिया में आत्महत्या के मामले चिंताजनक रूप से बढ़ रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अवसाद, अकेलापन, असफलता और तनाव इसके प्रमुख कारण हैं। डिजिटल सहानुभूति की प्रवृत्ति युवाओं के लिए खतरानाक साबित हो रही है। रिनपास के वरिष्ठ मनोचिकित्सक डॉ. सिद्धार्थ बताते हैं कि भारत में प्रति एक लाख पर प्रतिदिन 12.4 युवा आत्महत्या कर रहे हैं। वहीं, झारखंड में यह आंकड़ा 5.6 प्रति एक लाख है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, हर साल करीब 7.20 लाख लोग आत्महत्या करते है...