देवरिया, मई 6 -- देवरिया, निज संवाददाता। सांस की विभिन्न बीमारियों में अस्थमा सबसे सामान्य है। इस बीमारी के दो तिहाई रोगियों में बचपन से लक्षण पाए जाते हैं। मेडिकल कालेज की ओपीडी हर दिन आने वाले श्वांस के रोगियों में से 70 फीसदी अस्थमा से पीड़ित आते हैं। महर्षि देवरहा बाबा स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय के टीबी व श्वास रोग विभाग के सहायक आचार्य डॉ. अनुराग शुक्ल बताते हैं कि अस्थमा के पीछे एलर्जी प्रमुख कारक है। यह रोग आनुवंशिक रूप से व्यक्ति में पहुंचता है। खास बात यह है कि बच्चों में भी अस्थमा के लक्षण मिलते हैं। अभिभावक द्वारा लापरवाही बरतने कई बार यह रोग बड़े होने पर विकट रूप ले लेता है। अगर रोगी में बैक्टीरियल और वायरल इंफेक्शन हो गया तो मामला और बिगड़ जाता है। मौसम बदलने पर भी अस्थमा का प्रकोप बढ़ जाता है। आम दिनों में भी वातावरण...