गाज़ियाबाद, सितम्बर 17 -- गाजियाबाद। घंटाघर स्थित श्री सुल्लामल रामलीला कमेटी में बुधवार को शिव पार्वती विवाह व नारद मोह की लीला का मंचन किया गया, जिसे देख दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए। मंचन में दिखाया गया कि नारद जी के अभिमान को भगवान विष्णु खत्म करते हैं और इसके लिए भगवान विष्णु को नारद की के श्राप को स्वीकार करना पड़ता है। दिल्ली से आए सबरंग फाउंडेशन के कलाकारों ने नीरा बक्शी के निर्देशन में रामलीला का मंचन किया। शिव पार्वती विवाह के बाद नारद मोह लीला प्रारंभ हुई। मंचन में नारद एक जगह भगवान के भजन में इतने लीन हो जाते हैं कि इंद्र का सिंहासन हिल जाता है। सिंहासन जाने के भय के चलते इंद्र नारद के तप को भंग करने के लिए कामदेव और अप्सरा भेजते हैं। फिर भी नारद का ध्यान भंग नहीं होता है तो कामदेव नतमस्तक हो जाता है और नारदजी से क्षमा मांगते है। इस...