बागपत, मई 23 -- गंभीर अपराध में आरोपियों से साठगांठ कर विवेचक अब गड़बड़ी नहीं कर सकेंगे। जनसुनवाई के दौरान आने वाली शिकायतों में हर सप्ताह 20 मुकदमे चिह्नित किए जाएंगे और फिर सीओ की मौजूदगी में वादी व विवेचक को सामने बैठाकर समीक्षा की जाएगी। बताया कि जनसुनवाई में हर दिन कई ऐसे मामले सामने आते हैं, जिनमें वादी विवेचक की कार्रवाई को लेकर संतुष्ट नहीं होते हैं और तमाम आरोप लगाते हैं। कई बार जांच में विवेचकों की गड़बड़ी भी सामने आती है। इसको देखते हुए नई व्यवस्था लागू की जा रही है। हर सप्ताह जनसुनवाई में आने वाले ऐसे ही गंभीर अपराधों से संबंधित 20 मुकदमों को छांटकर उनकी समीक्षा कराई जाएगी। इसमें विवेचक को केस डायरी के साथ बुलाकर वादी के सामने बैठाया जाएगा। संबंधित क्षेत्र के सीओ दोनों से बात करके इन मुकदमों की समीक्षा करेंगे। इस दौरान संबंधित...