बगहा, मार्च 8 -- बेतिया, विधि संवाददाता। छोटे-छोटे विवादों को प्रतिष्ठा मान लेना समझदारी नहीं है। अहंकार पतन का कारण बनता है। आपस में मिल बैठकर ही विवादों का समाधान कर लेने में समझदारी है। राष्ट्रीय लोक अदालत का उद्देश्य पक्षकारों के बीच पल रहे वैमनस्य को समाप्त करा आपस में भाईचारा स्थापित कराना है। राष्ट्रीय लोक अदालत इसके लिए सबसे आसान और सुलभ मंच है। उक्त बातें प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश आनंद नंदन सिंह ने शनिवार को न्यायालय परिसर में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत के उद्घाटन के अवसर पर कही। उन्होंने कहा कि जनता की अदालत में दोनों पक्षों की जीत होती है। जिला अपर सत्र न्यायाधीश प्रथम प्रमोद कुमार यादव ने कहा कि आम लोगों की धारणा है कि अदालत का मतलब तारीख पर तारीख देना है लेकिन इस अवधारणा का वैकल्पिक समाधान राष्ट्रीय लोक अदालत है। यहां कु...