जहानाबाद, मार्च 8 -- गुड़ की बिक्री से किसानों को होती थी अच्छी आमदनी गन्ना की खेती सिमटने के कारण बहुत कम गांव में बनते हैं गन्ने से गुड मखदुमपुर, निज संवाददाता। प्रखंड में गुड़ बनाने की कला धीरे-धीरे विलुप्त होती जा रही है। बहुत कम गांव अब गन्ने से गुड बनाया जाता है। जबकि आज से 20 वर्ष साल पहले तक सभी गांव में गुड बनाया जाता था। गुड़ बनाने की शुरुआत जनवरी से शुरू हो जाती थी जो अप्रैल तक चलता था। इस सीजन में गांव में कई जगहों पर कोलसार चलता था। जिसकी सोंधी महक दूर-दूर तक सुवासित करती थी। इससे बहुत लोगों को रोजगार भी मिलता था। गुड़ की बिक्री से किसानों की अच्छी आमदनी होती थी। हर गांव में गुड़ की क्वालिटी देखने वाले चार- पांच लोग होते थे। लेकिन वर्तमान समय में नई पीढ़ी के लोग अच्छा बनाने की विधि पूरी तरह भूल चुके हैं। गन्ने की खेती कम होने के सा...
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