गोंडा, अक्टूबर 8 -- उमरी बेगमगंज, संवाददाता। बैंकिंग सुधार और ग्रामीण वित्तीय व्यवस्था को एकजुट करने की मंशा से की गई प्रदेश सरकार की योजना अब ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबब बन गई है। प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक, आर्यावर्त ग्रामीण बैंक और बड़ौदा यूपी ग्रामीण बैंक के विलय से अस्तित्व में आए उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक के तकनीकी एकीकरण के बाद से ऑनलाइन सेवाएं पूरी तरह से ठप हैं। इससे 30 सितंबर से यूपीआई लेनदेन बंद हैं। हालांकि बैंक में मैन्युअल तरीके से ग्राहकों को भुगतान किया जा रहा है। ग्रामीण इलाकों में बैंकिंग सेवाओं की रीढ़ माने जाने वाले बीसी केंद्रों (बैंकिंग कॉरेस्पोंडेंट) के संचालन पर भी विराम लग गया है। गांवों में नकदी संकट गहराता जा रहा है। किसानों, श्रमिकों और छोटे व्यापारियों के लेनदेन रुक गए हैं। स्थानीय व्यापारी राजेश कुमार ने बत...