नवादा, जून 10 -- कौआकोल, एक संवाददाता प्रखंड की केवाली पंचायत के विरदावन गांव में कोई भी सरकारी विद्यालय नहीं है। जिसके कारण बच्चों को पढ़ाई करने के लिए दूर के दूसरे गांवों में जाना पड़ता है या फिर बच्चे अनपढ़ ही रह जा रहे हैं। छोटे छोटे बच्चों को दूर के दूसरे गांवों स्थित विद्यालयों में भेजना अभिभावकों के लिए काफी कष्टकर साबित हो रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि विद्यालय का भवन नहीं रहने के कारण गांव से लगभग डेढ़ किलोमीटर की दूरी वाले गांव बुखार में शिफ्ट किया गया है। जहां छोटे छोटे बच्चों को जा पाना मुश्किल भरा कार्य है। गांव में विद्यालय नहीं होने के कारण बच्चों को दूसरे गांव के विद्यालयों में जाने बाध्यता बनी हुई है। रास्ते सुगम नहीं रहने के कारण बच्चों को पैदल पांव ही विद्यालय जाने होते हैं। गर्मी के दिनों में तो किसी तरह बच्चे चले जाते...