हजारीबाग, जुलाई 11 -- हजारीबाग शिक्षा प्रतिनिधि विभावि पीजी हिंदी विभाग के तत्वाधान में भारतीय ज्ञान परंपरा में गुरु की महत्ता विषय पर शुक्रवार को एक संगोष्ठी काआयोजन किया गया। मौके पर कला भवन के तुलसीदास सभागार में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि कुलपति प्रो चंद्र भूषण शर्मा ने कहा कि पढ़ाई को कौशल से जोड़ने की जरूरत है। उन्होंने पारंपरिक एवं आधुनिक शिक्षा के बीच सामंजस्य स्थापित करने की जरूरत पर बल दिया । कुलपति ने विद्यार्थियों को स्वयं अपने गुरु को खोजने की बात कही। मुख्य वक्ता पूर्व केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री डॉ संजय पासवान ने भारतीय परंपरा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह देश खोजी का है रोजी का नहीं। हमें अपने जड़ों से जुड़े रहने की आवश्यकता है। पटना विश्वविद्यालय की डॉ परमांशी जयदेव ने कहा कि अपने परिवार के साथ-साथ ...