हजारीबाग, जुलाई 24 -- हजारीबाग शिक्षा प्रतिनिधि । विभावि पीजी इतिहास विभाग में बुधवार को एक परिचर्चा का आयोजन किया गया। जिसमें इतिहास से सम्बंधित उठ रहे विवादों पर वृहत परिचर्चा की गई। परिचर्चा में विषय विशेषज्ञ के रूप में मगध विश्वविद्यालय के प्रोफेसर मुकेश कुमार ने इन विवादों के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने तर्क दिया कि 1970 के दशक तक जहां भगत्रव हड़प्पा संस्कृति के दक्षिणी छोर को मान्यता थी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि साक्ष्यों के आधार पर इतिहास को कसौटी पर खरा उतरना पड़ता है। तभी भारतीय इतिहास प्रासांगिक बना रहेगा तथा नवीन भारत को दिशा मिलेगा । व्याख्यान में विभागाध्यक्ष डॉ हितेंद्र अनुपम ने विषय प्रवेश कराया। इस अवसर पर इतिहास विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ विकास कुमार, पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ फ्रांसिस्का कुजूर तथा पूर्व स...