नई दिल्ली, अगस्त 14 -- राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) में विभाजन की विभीषिका तमस, नाटक का मंचन किया गया। मंचन से पूर्व प्रेसवार्ता में एनएसडी के निदेशक और इस नाटक के निर्देशक चित्तरंजन त्रिपाठी ने कहा कि विभाजन विभीषिका एक घाव है जिसने एक देश को दो भागों में विभाजित कर दिया। यह नाट्य प्रस्तुति अंतहीन दर्द का चित्रण है। विभाजन देश की आत्मा का अलगाव था। विभाजन से उपजी त्रासदी को दशकों तक छुपाया गया। धर्म निरपेक्ष सदभाव की बयानबाजी के नीचे दफन किया गया। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ा वाद राष्ट्रवाद है। यह पूछे जाने पर कि दो साल पहले जब आपने यह नाटक तैयार किया था तो उसका मंचन क्यों नहीं हुआ? उन्होंने कहा कि तब मैं एनएसडी का हिस्सा नहीं था। मुझे यह नाटक करने के लिए आमंत्रित किया गया था। लेकिन यह नहीं हो पाया। यह नाटक 17 अगस्त तक प्रतिदिन दोपहर 3...