कोडरमा, नवम्बर 19 -- कोडरमा, हिन्दुस्तान टीम। जिले में इस वर्ष धान की बंपर पैदावार हुई है। इसके बाद भी संबंधित विभाग का किसानों पर कोई ध्यान नहीं है। इसके कारण औने-पौने दाम में बिचौलिये खेतों से रोजाना धान उठा ले रहे हैं। इस साल धान की खेतों में लहलहाती फसल देखकर किसानों के चेहरे भले ही खिल उठे हों, लेकिन विभागीय खरीद प्रक्रिया में हो रही देर ने उनकी चिंता बढ़ा दी है। सरकारी खरीद शुरू होने से पहले ही बिचौलिए सक्रिय हो चुके हैं और औने-पौने दाम पर किसानों से धान खरीदकर दूसरे राज्यों में खपाने लगे हैं। इससे किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से लगभग 900 रुपए प्रति क्विंटल तक का नुकसान झेलने को विवश हैं। सरकारी खरीद 15 दिसंबर से संभावित, पर किसानों के लिए इंतजार भारी किसानों ने बताया कि धान कटनी अधिकांश क्षेत्रों में शुरू हो चुकी है, लेकिन स...