उन्नाव, अक्टूबर 29 -- उन्नाव, संवाददाता। जनपद में पशु वसा (टैलो) का अवैध कारोबार विभागीय लापरवाही के चलते लगातार फल-फूल रहा है। रसूखदार संचालकों की पहुंच के आगे जिम्मेदार अधिकारियों की सक्रियता दम तोड़ चुकी है। स्थानीय ग्रामीणों की शिकायतें केवल फाइलों में सिमट जाती हैं, जबकि अवैध टैलो फैक्ट्रियों की दुर्गंध और खतरनाक मिलावट से जनस्वास्थ्य व राजस्व दोनों प्रभावित हो रहे हैं। दही औद्योगिक क्षेत्र में संचालित सात स्लाटर हाउस और जाजमऊ समेत दो टैलो निर्माण इकाइयों में मवेशियों की स्लाटरिंग के बाद वसा से टैलो तैयार किया जाता है। यह टैलो मुख्य रूप से विदेशों में निर्यात होता है। साबुन, मोमबत्ती, क्रीम जैसी अखाद्य वस्तुओं में इस्तेमाल किया जाता है। मगर विभागीय जिम्मेदारों की नीयत और मिलीभगत ने इस कारोबार को पूरी तरह बेलगाम बना दिया है। बीते दिनों...