भागलपुर, जून 10 -- भागलपुर, वरीय संवाददाता अवैध कार्य में संलिप्त पाए जाने, कांडों के अनुसंधान और कार्रवाई में लापरवाही, अनुशासनहीनता या गलत आचरण पाए जाने पर संबंधित पुलिस पदाधिकारियों और पुलिसकर्मियों के विरुद्ध वरीय अधिकारी के निर्देश पर विभागीय कार्यवाही शुरू होती है। विभागीय कार्यवाही पूरी करने के लिए समयसीमा भी तय होती है ताकि आरोपी के विरुद्ध लगे आरोप सही पाए जाते हैं तो उन्हें सजा मिले, अगर आरोप साबित नहीं होते हैं तो समय पर उन्हें न्याय मिल सके। लेकिन समयसीमा के बिंदु पर काफी लापरवाही देखने को मिल रही है। पुलिस मुख्यालय तक इस बात की शिकायत पहुंच चुकी है कि जिन वरीय अधिकारियों के पास अपने अधीनस्थ के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही के संचालन की जिम्मेदारी है वे लापरवाही कर रहे हैं। नियमों का उल्लंघन कर लंबे समय से उसे लटकाए हुए हैं। अब सभ...