धनबाद, मई 19 -- धनबाद, मुकेश सिंह विनिवेश के बाद कोल इंडिया की अनुषंगी कंपनियां स्वतंत्र अस्तित्व की ओर बढेंगी। वर्तमान में अनुषंगी कंपनियां कोल इंडिया के अधीन कार्य कर रही हैं। एक्सपर्ट कहते हैं कि कंपनियों के बीच प्रतिस्पर्द्धा के लिए स्वतंत्र अस्तित्व संभव है। विनिवेश के बाद कोयला कंपनियों पर बेहतर प्रदर्शन का दबाव होगा। वैसी कोल कंपनियों के स्वतंत्र अस्तित्व की संभावना व्यक्त किया जाना नई बात नहीं है। कोल कंपनियों के स्वतंत्र अस्तित्व की सिफारिश 2017 में ही नीति आयोग ने की थी। तब ट्रेड यूनियनों ने इसका विरोध भी किया था। कोल इंडिया की दो अनुषंगी कंपनी बीसीसीएल और सीएमपीडीआईएल में विनिवेश की योजना लगभग अंतिम चरण में है। इन दोनों कंपनियों में विनिवेश के बाद अनुषंगी कंपनियों (ईसीएल को छोड़कर) में भी विनिवेश का रोडमैप लगभग तैयार है। अन्य अ...