बक्सर, अक्टूबर 30 -- शुक्ल पक्ष नवमी तिथि से पूर्णिमा तक भगवान श्रीहरि आंवले के पेड़ पर वृक्ष के नीचे प्रसाद बनाया जाता है और ग्रहण किया जाता है फोटो संख्या- 43, कैप्सन- गुरुवार को नाथ बाबा मंदिर के पास आवला वृक्ष की पूजा करती महिलाएं। बक्सर, हिन्दुस्तान संवाददाता। अक्षय नवमी का त्योहार गुरुवार को पूरे जिले में पारंपरिक विधि-विधान से मनाया गया। इस दौरान भगवान विष्णु के साथ ही आंवले के वृक्षों की पूजा की गई। आचार्य पंडित लक्ष्मण दूबे लहरी ने बताया कि कार्तिक शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को अक्षय नवमी मनाई जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कार्तिक शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि से पूर्णिमा तक भगवान श्रीहरि आंवले के पेड़ पर निवास करते हैं। कथा ऐसी भी है कि इसी तिथि को माता लक्ष्मी ने पृथ्वी लोक में भगवान श्रीहरि और शिव जी की पूजा आंवले के रूप में की ...