समस्तीपुर, जुलाई 26 -- कोर्ट में अपने मोवक्किलों के लिए सेवा दे रहे विधि लिपिक अपनी लंबित समस्याओं को लेकर चिंतित हैं। वे जगह व भवन सहित अन्य कई समस्याओं को लेकर वर्षों से संघर्षरत हैं। वे चाहते हैं कि हर अनुमंडल कार्यालय परिसर में एक स्थायी जगह मिले जिससे सभी विधि लिपिक सही से काम कर सकें। यह भी चाहते हैं कि अधिवक्ताओं की तरह सभी विधि लिपिकों को भी वेलफेयर की सुविधा मिले। इसके लिए विधि लिपिक कल्याण कोष की स्थापना हो। उनका कहना है कि जिला प्रशासन व अनुमंडल प्रशासन उनकी समस्या को गंभीरता से नहीं लेते। विधि लिपिकों की समस्या अभी तक दूर नहीं होने के लिए यही दोनों विशेष रूप से जिम्मेवार है। उन्हें कोर्ट व विधि लिपिकों के मध्य समन्यवयक की भूमिका अदा करनी होगी। ये विधि लिपिक ये भी कहते हैं कि बिहार विधि लिपिक अधिनियम आज तक नहीं बना। ना ही कल्या...
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