अंबेडकर नगर, मार्च 5 -- अम्बेडकरनगर। आलापुर विधायक त्रिभुवनदत्त ने विधानसभा में मनरेगा मजदूरों की मजदूरी बढ़ाने का मुद्दा उठाया। कहा कि मनरेगा योजना हर हाथ को काम व पलायन रोकने के लिए चलाई गई थी। लेकिन आज उसकी प्रासंगकिता कम होती जा रही है। मनरेगा मजदूरों की दैनिक मजदूरी मात्र 233 रुपये हैं। जबकि गांव में एक मजदूर साढ़े तीन सौ से चार सौ रुपये मजदूरी लेता है। 233 रुपये में किस तरह से मजदूरों का जीवन यापन हो पाएगा, यह बड़ा सवाल है। विडंबना यह है कि जो मजदूरी मनरेगा मजदूरों को मिलती है, उसका भी भुगतान समय से नहीं होता। इससे मजदूरों के सामने आर्थिक मुसीबत उठ खड़ी होती है। साथ ही विकास कार्य भी प्रभावित होते हैं। ग्राम प्रधान को काम कराने में काफी कठिनाई होती है। उन्होंने मनरेगा मजदूरों के पारिश्रमिक बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकत्रि...