अयोध्या, जुलाई 6 -- उत्तर प्रदेश शासन द्वारा हजारों विद्यालयों को पेयरिंग के नाम पर बन्द किया जा रहा है। प्रदेश में 150 से कम छात्र संख्या वाले प्राथमिक विद्यालय एवं 100 से कम छात्र संख्या वाले उच्च प्राथमिक विद्यालयों को प्रधानाध्यापक विहीन करते हुए हजारों प्रधानाध्यापकों को सरप्लस घोषित कर दिया गया है। इसके पूर्व भी एक ही परिसर में स्थित लगभग 20 हजार विद्यालयों का संविलियन करके प्राथमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों के पद समाप्त कर दिये गये हैं। वर्तमान में चल रही मर्जर प्रक्रिया से जहां छात्रों से विद्यालयों की दूरी अधिक होगी। वहीं हजारों रसोईयों की सेवा समाप्त हो जाएगी। यह बातें प्राथमिक शिक्षक संघ की ओर से प्रदेशीय ऑडीटर व जिलाध्यक्ष नीलमणि त्रिपाठी के नेतृत्व में संगठन की ओर से मिल्कीपुर विधायक को सौंपे गए ज्ञापन में कही गयी है। जिल...