मुरादाबाद, मार्च 3 -- क्षेत्रीय विधायक कमाल अख़्तर ने उत्तर प्रदेश विधानसभा में चर्चा के दौरान जनसमस्याओं पर चर्चा करते हुए निस्तारण कराई जाने की मांग की। उन्होंने गिहार और धनगर जाति के प्रमाण पत्रों को अभिलंब बनवाए जाने की मांग सदन में उठाई। क्षेत्रीय विधायक कमाल अख़्तर ने विधानसभा में चर्चा के दौरान लोक महत्व के विषय पर बोलते हुए कहा कि पूरे भारत में गिहार जाति की आबादी लगभग 1 से 1.5 करोड़ निवास करती है। उत्तर प्रदेश में भी इस जाति के लाखों लोग निवास करते हैं। पूर्व में यह जाति अनुसूचित जनजाति (स्ट) में आती थी। 1956 में इस जाति को अनुसूचित जाति (एससी) में शामिल किया गया। अनुसूचित जाति की सूची में गिहार जाति को कंजर शब्द के पर्यायवाची लिखा गया है। कंजर शब्द सामाजिक दृष्टि से गाली लगता है जो कि पूरी जाति को अपमानित करता है। गिहार जाति के ...