बागपत, अगस्त 8 -- नगर के अतिथि भवन में 16 दिवसीय महामंडल विधान आयोजित किया गया। विधान के 15 वें दिन श्रद्धालुओं द्वारा भक्ति भाव से पूजन किया गया। मुनि 108 नयन सागर महाराज द्वारा प्रवचन किए गए। सोलह दिवसीय शांतिनाथ महामंडल विधान के 15 वें दिन सौ धर्म इंद्र बनने का सौभाग्य सुखमाल चंद्र, संदीप कुमार जैन को मिला। जैन संत के सानिध्य में श्रद्धालुओं ने शांतिनाथ भगवान की विशेष पूजा-अर्चना की। इस अवसर पर मुनि नयन सागर महाराज ने प्रवचन किए। कहा कि मंत्रों का जाप करने से मन शांत और शुद्ध होता है। इससे सभी कष्ट दूर होते हैं और पुण्य की वृद्धि होती है। कहा कि धन- संपत्ति मिलना तो एक सामान्य बात है, लेकिन मंदिर में ज्ञान के प्रकाश से जीवन उज्ज्वल होता है। इस विधान की विधि समझाते हुए बताया कि शुक्ल पक्ष के पहले दिन से 16 दिनों तक यह विधान किया जाता है...