बागपत, अगस्त 11 -- बरनावा के श्री चंद्र प्रभु दिगंबर जैन मंदिर में चल रहे 41 दिवसीय शांतिनाथ विधान में रविवार को श्रद्धालुओ ने भक्तिभाव के साथ विनय पाठ, देव शास्त्र गुरु की पूजा, चौबीस तीर्थंकर भगवान, चंद्र प्रभू भगवान, एवं सोलहकरण की पूजा कर भगवान चंद्र प्रभू की पूजा अर्चना कर 120 श्रीफल समर्पित किये। विधान में पंडित पीयूष शास्त्री के निर्देशन में श्रद्धालुओं ने चार कलश से भगवान का अभिषेक किया। रजनीश जैन, राजीव जैन, उज्जवल जैन, दर्श जैन ने शांति धारा की। पीयूष शास्त्री ने कहा आज से पवित्र भाद्रपद का माह हुआ हैं, जिसमें सोलहकरण व्रत किए जाते हैं। जैन दर्शन में तीर्थंकरों की भक्ति स्तुति करने का बड़ा महत्व हैं। जिससे मनुष्य को जन्म जन्मांतर के पापों से मुक्ति मिलती हैं। इसलिए हमें भगवान की भक्ति स्तुति करते रहना चाहिए। विधान में हिमांशु जैन...