बोकारो, जून 27 -- कसमार। विपत्तारिणी देवी की पूजा झारखंड से लेकर पश्चिम बंगाल के लगभग सभी बंगभाषी गांव में की जाती है। बोकारो जिले में भी दर्जनों गांव में पूजा अर्चना बड़े धूमधाम से की जाती है। अधिकांश गांव में दुर्गा मंदिर या काली मंदिर में विपत्तारिणी देवी की पूजा की जाती है, लेकिन बोकारो जिले के कसमार प्रखंड के मंजुरा में पंडित विधान चंद्र झा ने इस देवी की प्रतिमा स्थापित की है। सिर्फ बोकारो जिला ही नहीं, बल्कि बोकारो समेत आसपास के कई जिले में यह एकमात्र मंदिर है, जहां माँ विपत्तारिणी की संगमरमर की प्रतिमा स्थापित कर प्रतिदिन पूजा अर्चना करते हैं। पंडित विधान चंद्र झा एवं उनकी धर्मपत्नी रिंकू बाला देवी बताते हैं कि ऐसे तो माता विपत्तारिणी पूजा की शुरुआत उन्होंने 2001 से की, लेकिन बाद में खपरैल कच्चा मकान को मंदिर का स्वरूप मानकर 2007 से...