गया, जुलाई 7 -- आगामी विधानसभा चुनाव की घोषणा होते ही इमामगंज को रेलवे लाइन से जोड़ने की मांग एक बार फिर तेज हो गई है। इस मुद्दे को लेकर रेल नहीं तो वोट नहीं अभियान शुरू किया गया है। सोमवार को रेलवे निर्माण संघर्ष मोर्चा की केंद्रीय और प्रखंड स्तरीय कमिटी की संयुक्त बैठक एक निजी सभागार में हुई, जिसमें कई अहम निर्णय लिए गए। बैठक में केंद्रीय अध्यक्ष बिगन पासवान ने कहा कि इमामगंज पिछले तीन दशकों से रेलवे लाइन की बाट जोह रहा है। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र पहाड़, जंगल और नदियों से घिरा है, जिससे विकास अवरुद्ध है और लोग रोजगार की तलाश में पलायन को मजबूर हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कई बार इमामगंज आए लेकिन अब तक इस अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र को रेलवे से नहीं जोड़ा गया। पासवान ने ऐलान किया कि अगर आगामी विधानसभा चुनाव से पह...