नई दिल्ली। हिन्दुस्तान टाइम्स, फरवरी 14 -- दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने गुरुवार को अगले वित्तीय वर्ष के लिए टैक्स शेड्यूल को मंजूरी दे दी, लेकिन दिल्ली विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी (आप) की हार के बाद एमसीडी पर इसकी पकड़ कमजोर हो गई है। साथ ही सदन पर भी पार्टी की पकड़ कमजोर बनी हुई है। बजट प्रपोजल पर संशोधन प्रस्ताव आने पर पार्षदों के सदन में पार्टी की ताकत का असली टेस्ट होगा। अधिकारियों ने बताया कि अप्रैल में चुनाव के समय आप को मेयर पद पर बने रहने के लिए कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा। भाजपा नेता प्रतिपक्ष राजा इकबाल सिंह ने आप पर विकास रोकने और दिल्ली को एक दशक पीछे धकेलने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि शहर की जनता का आप पर से भरोसा उठ गया है। उन्होंने कहा, 'आप के काम से नाखुश पार्षद भाजपा में शामिल हो गए हैं। अब जैसे ही भाजपा को...