बदायूं, सितम्बर 24 -- सिविल लाइंस कोतवाली के भरकूईयां गांव की विधवा महिला गीता देवी ने अपने न्याय की मांग को लेकर 18 सितंबर से मालवीय आवास गृह पर अमारण अनशन शुरू किया था। उनका आरोप है कि तहसील प्रशासन ने गांव के दबंग पक्ष को एक बीघा जमीन पर जबरन कब्जा करा दिया और न्याय की मांग करने पर उन्हें 22 सितंबर की रात पुलिस बल से जबरन जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन वह दोबार अमारण अनशन पर बैठक गईं। गीता देवी और उनके बेटे अमित पटेल ने कहा कि तहसील प्रशासन की कार्रवाई अन्यायपूर्ण है। उन्होंने आरोप लगाया कि ग्रामीण भूमि पर कब्जा कर लीपापोती की गई और खाद के गड्ढे नहीं हटाए गए। जिला प्रशासन और महिला शक्तिकरण विभाग की टीम के आने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि प्रशासन का रवैया सिर्फ दबाव बनाने और उत्पीड़न बढ़ाने वाला रहा। महि...