चंदौली, फरवरी 17 -- नियामताबाद, हिन्दुस्तान संवाद। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) ने बुधवार को क्षेत्र के पांडेयपुर कस्बा में बिजली के निजीकरण के खिलाफ किसान मजदूर महापंचायत का आयोजन किया। महापंचायत में बिजली कानून संशोधन 2022 को वापस लेने के साथ ही वाराणसी और आगरा विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के फैसले को तत्काल वापस लेने की मांग की गई। माकपा के राज्य सचिव डा. हीरालाल यादव ने कहा कि यह मोदी और योगी की डबल इंजन की सरकार बिजली का निजीकरण करके गरीबों के घर से उनका चिराग भी बुझा रही है। महंगाई और बेरोजगारी की वजह से कराह रही जनता बिजली के और अधिभार को झेल नहीं पाएगी। राज्य कमेटी सदस्य गुलाब चन्द ने कहा कि 1948 में ही बाबा साहब डा. भीमराव अंबेडकर ने संविधान की प्रस्तावना में ही बिजली एक सामाजिक जरूरत की चीज है उसे बिना लाभ हानि के सर...