सहारनपुर, सितम्बर 15 -- ग्राम-ग्राम वेद प्रचार कार्यक्रम के तहत ग्राम रादौर की चौपाल में कुरीतियों पर प्रहार कर वेद का सन्देश दिया गया। दूसरे दिन प्रातः यज्ञ-हवन से वेद प्रचार कार्यक्रम आरंभ हुआ। आचार्य वीरेंद्र शास्त्री के पुरोहित्व में यज्ञ-हवन के यजमान डॉ. राहुल कुमार सपत्नीक रहे। आचार्य वीरेंद्र शास्त्री ने विद्यार्थी के पांच लक्षण बताते हुए कहा कि शिक्षा से विद्या, विद्या से सभ्यता, सभ्यता से धर्मात्मता और धर्मात्मता से जितेंद्रयता आती है। विद्या ही तपस्वी बनाती है। इसलिए तपस्वी बनकर अपने मनुष्य जीवन का लक्ष्य प्राप्त करें। देवेंद्र कुमार, डॉ. वीरसिंह भावुक, नाथीराम सैनी, पूर्व प्रधानाचार्य सेवाराम, अमित, रणवीर, ऋषिपाल, अनिल, विजेंद्र, राजेन्द्र, राजकुमार, डॉ. आनंद, योगेश कुमार, ईश्वरपाल, चौ. सत्यपाल सिंह, अनिरुद्ध कुमार, पहलसिंह, अन...