एटा, मई 21 -- सरस्वती विद्या मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल के सभागार में प्रधानाचार्य राजीव गुप्ता की ओर से विद्यार्थियों के शैक्षिक उन्नयन पर विचार व्यक्त किए। विद्या भारती की पंचपदी शिक्षण पद्धति एक ऐसी शिक्षण प्रणाली है जो किसी भी विषय की पूरी इकाई को पांच चरणों में विभाजित करती है। इसमें अधीति, बोध, अभ्यास, प्रयोग और प्रसार। उन्होंने कहा इसमें अधीति: शिक्षक छात्रों को निर्धारित विषय वस्तु को प्रस्तुत करते हैं। बोध: छात्र कक्षा में ही विषय वस्तु का लिखित, मौखिक और प्रायोगिक अभ्यास करते हैं। इससे उन्हें अपनी समझ का आंकलन होता है। अभ्यास: शिक्षक छात्रों को विषय वस्तु को विस्तृत और स्थायी करने के लिए गृहकार्य देते हैं। प्रयोग: छात्र स्वप्रेरणा से विभिन्न विषयों से संबंधित पुस्तकों, पत्रिकाओं आदि का अध्ययन करते हैं। प्रसार: छात्र अपने अर्जित...