जहानाबाद, फरवरी 1 -- अरवल, निज प्रतिनिधि। आयुष्मान भारत के विद्यालय स्वास्थ्य एवं कल्याण कार्यक्रम के अन्तर्गत कक्षा 6-12 तक के बच्चों में जीवन कौशल विकास हेतु विगत माह से चल रहा शिक्षकों का गैर आवासीय प्रशिक्षण समाप्त हो गया। प्रशिक्षण ले चुके शिक्षक व शिक्षिका अब अपने विद्यालय में आरोग्य दूत होंगे। प्रशिक्षण कार्यक्रम में मास्टर ट्रेनर के रूप मे राकेश रंजन, अरुण कुमार प्रभाकर, रीतु रानी और कमलेश कुमार ने बताया कि हम सब स्वस्थ जीवन शैली अपनाते हुए अपने मूल्यो को परिष्कृत कर एक सक्रिय नागरिक बन सकते हैं। डायट प्रभारी प्राचार्या डा.सोनम ने जेंडर समानता की चर्चा करते हुए कहा कि अपने बेटा और बेटी को घर मे अलग अलग कोई कार्य व्यवस्था न बनाएं। प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके शिक्षकों ने अपने-अपने फीड बैक में यह स्वीकार किया कि हमें इसी तरह के प्रशिक्...