रामपुर, फरवरी 15 -- अजीमनगर थाना क्षेत्र के हकीमगंज गांव निवासी साबिर अली का कहना है कि उसकी जान पहचान यासीन और उसके बेटे वसीम और स्वार निवासी शकील से थी। इन लोगों ने करीब नौ महीने पहले बताया कि वह अजरबैजान (विदेश) में नौकरी करने के लिए वीजा दिला सकते हैं। जिसके लिए प्रति वीजा एक लाख दस हजार रूपए खर्च होंगे। बातों में आकर 16 लोगों के पासपोर्ट और 17 लाख 33 हजार रुपये दे दिए। बाद में आरोपियों ने वीजा दे दिए, लेकिन चेक कराने पर पता चला कि वीजा और टिकट फर्जी है। उसके बाद आरोपियों ने 50 हजार रुपये वापस कर दिए। लेकिन,बाकी रुपये मांगने पर आरोपी धमका रहे हैं। पुलिस ने आरोपियों केखिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

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