हरिद्वार, अगस्त 12 -- देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति एवं युवा आइकॉन डॉ. चिन्मय पण्ड्या ने विदेश प्रवास से लौटने पर मंगलवार को कहा कि पश्चिमी देशों के युवा अब भारतीय संस्कृति और जीवनशैली की ओर तेजी से आकर्षित हो रहे हैं। योग, ध्यान और आध्यात्मिकता में उनकी गहरी रुचि विकसित हो रही है। उन्होंने गोष्ठी में अनुभव साझा कर बताया कि यूरोप, अमेरिका, कनाडा, इंग्लैंड और लातविया जैसे देशों में भारतीय संस्कृति को लेकर युवाओं में नई जागरूकता और उत्सुकता देखी जा रही है। उन्होंने कहा कि वहां का युवा वर्ग केवल योग और ध्यान को शारीरिक व्यायाम के रूप में नहीं, बल्कि संतुलित आहार, संयमित व्यवहार और प्रकृति के साथ सामंजस्यपूर्ण जीवन जीने की समग्र जीवनशैली के रूप में अपना रहा है।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्र...