लखनऊ, फरवरी 8 -- लखनऊ विश्वविद्यालय के अभियांत्रिकी एवं तकनीकी संकाय के अंतर्गत डिपार्टमेंट ऑफ एप्लाइड साइंस एंड ह्यूमैनिटीज की ओर से अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन रीसेंट एडवांसेज इन एप्लाइड साइंस एंड ह्यूमैनिटीज इन इवोल्यूशन ऑफ इंजीनियरिंग (राशी-25) का उद्घाटन शुक्रवार को हुआ। विश्वकर्मा सभागार में समारोह में देश के प्रतिष्ठित शिक्षाविदों और शोधकर्ताओं ने भाग लिया। आईआईटी कानपुर के पूर्व प्रो. राज पी. छाबड़ा ने कहा कि विज्ञान में स्वाभाविक रूप से कोई भेद नहीं होता और वर्तमान वर्गीकरण केवल सुविधा के लिए मौजूद है। मुख्य अतिथि बीरबल साहनी इंस्टीट्यूट ऑफ पैलियोसाइंसेज के निदेशक प्रो. एमजी ठक्कर ने अभियांत्रिकी के विकास का एक व्यापक दृष्टिकोण सामने रखा। उन्होंने संगोष्ठी में सतत विकास की चिंताओं और जलवायु परिवर्तन पर भी प्रकाश डाला एवं मंगल ग्रह की ...