पूर्णिया, मई 31 -- बैसा, एक संवाददाता। प्रखंड क्षेत्र के मझौक पंचायत का आदिवासी बाहुल गांव बाइसमारा आज भी बुनियादी सुविधाओं से वंचित है। समाजसेवी इंजीनियर महफूज आलम समेत कृष्णा, सुमाई मुर्मू, सुमी किस्कू, बड़का किस्कू, मंगन मुर्मू, अरकू किस्कू आदि ग्रामीण बताते हैं कि यह गांव सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन से लगातार अछूता रहा है। सर्वांगीण विकास के लिए यह पंचायत किसी तारणहार की बाट जोह रहा है। प्रशासनिक अधिकारियों के बीच समन्वय की कमी के चलते यहां विकास कार्यों की गति नहीं के बराबर है। करीब 600 की आबादी वाले इस गांव में आज तक कोई विद्यालय नहीं है। जिस कारण से बच्चों को पढ़ाई के लिए दूसरे गांवों की ओर रुख करना पड़ता था। लंबे इंतजार के बाद बिजली मिली है। लेकिन जब तक सड़क नहीं बनेगी, तब तक बच्चों के लिए आना-जाना आसान नहीं होगा। लोगों का कहना ह...