मथुरा, जून 17 -- मथुरा। विकास विभाग के राजीव भवन कार्यालय में तैनात पूर्व नाजिर को धोखाधड़ी करने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है, वहीं उसके खिलाफ विभागीय जांच शुरु करा दी है। पूर्व नाजिर पर नौकरी दिलाने के नाम पर एक युवती से 25 हजार की ठगी का गंभीर आरोप हैं। औरंगाबाद की पीड़ित युवती ऊषा ने जिला विकास अधिकारी गरिमा खरे को शिकायती पत्र दिया था। इसमें उसने बताया कि वह लंबे समय से बेरोजगार है। इसी का फायदा उठाते हुए विकास विभाग के पूर्व नाजिर महेन्द्र सिंह ने उसे विकास विभाग में नौकरी दिलवाने का झांसा दिया। इसके बदले में उसने 25 हजार रुपये की मांग की। ऊषा ने आरोपी के कहने पर उसे 25 हजार रुपए दे दिए। इसके कई महीनों बाद भी उसे कोई नौकरी नहीं मिली। परेशान होकर ऊषा ने कर्मचारी से बार-बार अपने रुपये वापस मांगने शुरु किए, तो आरोपी उल्टा उसे हड़क...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.