बक्सर, अक्टूबर 28 -- सत्ता संग्राम ------- मिजाज चुनाव जीतने के लिए कोई कोर कसर छोड़ना नहीं चाहते नेता पलायन की पीड़ा से बक्सर जिले के चारों विधानसभा क्षेत्र ग्रस्त डुमरांव, हमारे प्रतिनिधि। समय के साथ जहां चुनाव प्रचार हाईटेक हुआ है। वहीं वर्षों से जातीय समीकरणों का हिस्सा बने वोटरों का मन मिजाज बदलने लगा है। हालांकि अभी भी 40 प्रतिशत लोग जातीय समीकरणों से निकलना नहीं चाहते हैं। वोटरों का रुख देखते हुए प्रमुख राजनीतिक दलों ने राज्य के उत्थान और विकास को लेकर लागातार वादे कर रहे हैं। अपने वादों की बदौलत राजनीतिक दलों के नेता वोटरों के दिलों में उतरने की कोशिश में लगे हुए हैं। पलायन की पीड़ा से बक्सर जिले का चारों विधानसभा क्षेत्र अछूता नहीं है। उदाहरण के तौर पर देखे, तो डुमरांव प्रखंड के कसियां पंचायत के नोनियाडेरा गांव के 40 से अधिक मजदू...