लखीसराय, जुलाई 14 -- चानन, निज संवाददाता। कुंदर पंचायत के सभी गांवों की तकदीर व तस्वीर बदलने का प्रयास मुख्यमंत्री ने किया। बावजूद डेढ़ हजार से अधिक की आबादी को हर घर नल-जल का लाभ नहीं मिल सका है। 15 वार्डों में बंटे पंचायत के भौगोलिक बनावट ठीक नहीं रहने के कारण आदिवासी गांव गोबरदाहा, हनुमानगढ़ी गोपालपुर, भलूई हॉल्ट, नहर टोला गोपालपुर और वार्ड नंबर तीन चुरामन बीघा में अतिरिक्त टंकी नहीं लग सकी। जिस वजह से यहां रहने वाले लोगों को अब भी निजी चापाकल या फिर कुंआ के सहारे रहना पड़ रहा है। 15 हजार की आबादी वाले इस पंचायत में कुल 16 जगह बोरिंग और टंकी लगाकर जलापूर्ति की जा रही है। कुछ वार्डों की भौगोलिक स्थिति ठीक नहीं रहने से नल जल योजना का लाभ नहीं मिलता है। आदिवासी गांव में इक्के-दुक्के घरों में पानी की व्यवस्था है। ऐसे में विभाग के इस उदासीन रव...