प्रयागराज, अगस्त 19 -- उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के विज्ञान विद्याशाखा, नेहरू ग्राम भारती विश्वविद्यालय और शुआट्स के संयुक्त तत्वावधान में रिसेंट एडवांसेज इन रिसर्च टेक्निक: विकसित भारत 2047 विषय पर पांच दिनी अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला का उद्घाटन मंगलवार को हुआ। कुलपति प्रो. सत्यकाम ने कहा कि शोध किसी भी राष्ट्र की प्रगति का आधार है और भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए नवीनतम शोध तकनीकों का समुचित उपयोग अनिवार्य है। मुख्य अतिथि डीएसटी के पूर्व निदेशक प्रो. अशोक कुमार सिंह ने कहा कि अनुसंधान तभी सार्थक है जब उसके परिणाम समाज और राष्ट्र की प्रगति में योगदान दें। भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए शोध एवं नवाचार को सामाजिक सरोकारों से जोड़ना आवश्यक है। विशिष्ट अतिथि प्रो. बृजेश प्रताप सिंह ने कहा कि नई शोध...