रांची, अक्टूबर 9 -- रांची, वरीय संवाददाता। रांची विश्वविद्यालय (आरयू) के भूगोल विभाग और नेशनल एसोसिएशन ऑफ जियोग्राफर्स इंडिया (एनएजीआई) की ओर से आयोजित तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का समापन गुरुवार को हुआ। मुख्य अतिथि सर्वे ऑफ इंडिया के निदेशक हरि मलिक ने विद्यार्थियों और शोधार्थियों को व्यवहारिक अनुसंधान और सरकारी आंकड़ों के प्रभावी उपयोग की महत्ता समझाई। कहा कि वास्तविक आंकड़ों के उपयोग से शोध और नीतिगत पहल अधिक सशक्त बन सकती है। एनएजीआई के अध्यक्ष प्रो. कुरैशी ने सतत विकास पर अपने विचार रखे। कहा कि सच्चा सतत विकास तभी संभव है जब मानव चेतना और जिम्मेदार दृष्टिकोण का विकास हो। उन्होंने भारत की तुलना दक्षिण एशियाई देशों से करते हुए मानव विकास सूचकांक में सुधार के साथ-साथ पारिस्थितिक संरक्षण पर भी संतुलित ध्यान देने की आवश्यकता बताई। प...