मोतिहारी, जून 15 -- मोतिहारी के शहरी क्षितिज पर भले ही आधुनिकता के निशान उभर रहे हों, लेकिन इसकी परिधि में शामिल किये गए वार्ड-2 की स्थिति कुछ और ही बयां करती है। तीन साल पहले नगर निगम के वार्ड-2 में शामिल अंबिका नगर, कर्पूरी नगर, रतनपुर, मिलन चौक मोहल्ला आज भी विकास की बाट जोह रहे हैं। ऐसा प्रतीत होता है मानो शहरीकरण की चमक यहां तक पहुंचने से पहले ही फीकी पड़ गई हो। पूरा जनसमुदाय बुनियादी सुविधाओं के अभाव में जी रहा है, जबकि वे ईमानदारी से शहर के विकास में अपना योगदान, यानी टैक्स दे रहे हैं। नगर निगम में वार्ड-2 का समावेश लोगों के लिए एक उम्मीद की किरण लेकर आया था। निवासियों को लगा था कि अब उनके कच्चे रास्ते पक्की सड़कों में बदलेंगे, नालियों का जाल बिछेगा, रातें स्ट्रीट लाइटों से जगमग होंगी और पेयजल की उपलब्धता सुगम होगी। लेकिन तीन वर्ष ...
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