दरभंगा, मई 22 -- दरभंगा नगर निगम के पार्षदों में आक्रोश है। इनका कहना है कि शहर की जनता अपनी आवाज उठाने के लिए पार्षदों को चुनती है। इसके बावजूद पार्षद जनता की समस्याओं का निदान नहीं करा पा रहे हैं। निगम पार्षद इस स्थिति के लिए जिम्मेदार सरकार व अधिकारियों को मानते हैं। वे बताते हैं कि नगर निगम के स्वतंत्र निकाय होने के बाद भी सरकार पार्षदों को अधिकारों से लैस नहीं कर रही है। उल्टे जो थोड़े-बहुत अधिकार थे, उसे छीनकर अधिकारियों के हवाले किया जा चुका है। इस वजह से पार्षदों के लिए वार्ड के विकास का प्रस्ताव बनाना भी बेकार साबित हो रहा है। सड़क-नाले जैसी योजना के लिए भी अधिकारियों के आगे गिड़गिड़ाना पड़ता है। सफाईकर्मी व अधिकारी उनकी बात नहीं सुनते हैं। अव्यवस्था से आजिज आम शहरी पार्षदों को कोसते हैं। पार्षद महासंघ के अध्यक्ष राजीव कुमार सिंह, नव...