मैनपुरी, मई 22 -- क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी विभाग में नौकरी के नाम पर लाखों की ठगी की जांच पूरी हो गई। तीन सदस्सीय जांच समिति की जांच में वार्डब्वाय ठगी का दोषी पाया गया है। जांच समिति ने कहा कि वार्डब्वाय का कृत्य उत्तर प्रदेश सरकारी सेवक आचरण नियमावली 1956 के नियमों का उल्लंघन करता है। वार्डब्वाय पर उचित कार्रवाई किए जाने की संतुति की जाती है। समिति की इस रिपोर्ट से अब वार्डवाय पर कार्रवाई की तलवार लटक गई है। ग्राम चिर्रा निवासी प्रभाष सिंह ने राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय उझैया फकीरपुर पर तैनात वार्डब्वाय ओम बहादुर निवासी नई बस्ती देवपुरा पर विभाग में नौकरी लगवाने के नाम पर 11 लाख रुपये की ठगी करने का आरोप लगाकर डीएम से शिकायत की थी। डीएम अंजनी कुमार सिंह ने जांच कर कार्रवाई के निर्देश यूनानी अधिकारी को दिए थे। यूनानी अधिकारी डा. ...