नवादा, मई 24 -- वारिसलीगंज, निज संवाददाता जिले का एकमात्र गौशाला होने का गौरव वारिसलीगंज को प्राप्त है। लेकिन गौशाला प्रबंधन समिति और अधिकारियों की उदासीनता के कारण गौशाला लगभग मृत स्थिति में पहुंच गया है। जबकि गौशाला को संचालित करने के लिए संसाधनों की कोई कमी नहीं है। स्थानीय लोगों के मुताबिक, गौशाला के पास करोड़ों रुपये की अचल संपत्ति मौजूद है। बावजूद सही तरीके से रखरखाव नहीं होने के कारण जिले का एकमात्र गौशाला खंडहर में तब्दील हो गया है। गौशाला बंद हो जाने के कारण बाजार की सड़कों पर छुट्टा घूमने वाले आवारा पशुओं को कोई आसरा नहीं है। दर्जनो छोटे बड़े पशु जिसमें अधिकांश सांढ, गाय और बछड़ा शामिल होता है, उसे वारिसलीगंज बाजार की सड़कों पर दिनरात भ्रमण करते देखा जा सकता है। इन पशुओं की देखभाल करने वाला कोई नहीं है। जिस कारण दिनभर बाजार में इधर...
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