नई दिल्ली, फरवरी 25 -- काशी में महाशिवरात्रि पर निकलने वाली प्रधान शिव बारात में पहली बार एक दिन बाद निकाली जाएगी। महाकुंभ से भीड़ के पलट प्रवाह को देखते हुए जिला प्रशासन के अनुरोध पर चार दशक पुरानी परंपरा को तोड़ते हुए बारात महाशिवरात्रि के अगले दिन 27 फरवरी को निकालने का फैसला हुआ है। भगवान शिव और पार्वती के विवाह को दर्शाने वाला यह आयोजन 43 सालों से महाशिवरात्रि के दिन ही होता आया है। प्रशासन के अनुरोध के बाद हुए इस फैसले से राजनीतिक विवाद भी खड़ा हो गया है। वाराणसी के ही रहने वाले उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने इसे शहर की परंपराओं पर हमला बताया है। अजय राय ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार शहर की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत में हस्तक्षेप कर रही है। अजय राय ने कहा कि काशी की पहचान रही विश्व प्रसिद्ध शिव बारात को प्रशासनिक द...