सहरसा, दिसम्बर 27 -- सहरसा, नगर संवाददाता। जिले में अब वारदात करने के बाद अपराधी बच नहीं सकते हैं। पुलिस को अब त्वरित जांच के लिए चलंत फोरेंसिक वाहन मिल गया है। इससे घटनास्थल पर ही वैज्ञानिक तरीके से साक्ष्य एकत्र कर जांच शुरू की जा सकेगी।चलंत फोरेंसिक वाहन के माध्यम से मौके पर ही साक्ष्य संकलन, प्राथमिक जांच और वैज्ञानिक परीक्षण संभव हो सकेगा। इससे जांच प्रक्रिया में तेजी आएगी।अपराधियों की पहचान और गिरफ्तारी में भी पुलिस को मदद मिलेगी।पहले किसी अपराध के बाद साक्ष्य को फोरेंसिक लैब भेजने में काफी समय लग जाता था।जिसके कारण जांच में देरी होती थी और पीड़ित परिवार भी आरोप लगाता था। लेकिन अब किसी अपराध की सूचना मिलते ही मोबाइल फोरेंसिक टीम घटनास्थल पर पहुंचेगी और वहीं जांच प्रक्रिया प्रारंभ करेगी।फोरेंसिक टीम सीधे घटना स्थल पर पहुंचकर वहीं जां...