नई दिल्ली, नवम्बर 6 -- एक स्वास्थ्य विशेषज्ञ द्वारा सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की है। याचिका में देश में बढ़ते वायु प्रदूषण के स्तर से निपटने के लिए 'निरंतर और प्रणालीगत विफलता' को दूर करने के लिए तत्काल न्यायिक हस्तक्षेप का अनुरोध किया गया। याचिका में कहा गया कि वायु प्रदूषण अब 'जन स्वास्थ्य आपात स्थिति' के स्तर तक पहुंच गया है। याचिका 24 अक्तूबर को समग्र स्वास्थ्य विशेषज्ञ 'ल्यूक क्रिस्टोफर कोटिन्हो' द्वारा दायर की गई थी। याचिका में केंद्र सरकार, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी), वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम), कई केंद्रीय मंत्रालयों, नीति आयोग के साथ-साथ दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार और महाराष्ट्र की राज्य सरकारों को पक्षकार बनाया गया है। याचिका में कहा गया कि राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम ...