महाराजगंज, मई 6 -- महराजगंज, हिन्दुस्तान टीम। वायु प्रदूषण व धूम्रपान लोगों को बहुत जल्द अस्थमा की मरीज बना रही है। इसकी तस्दीक जिला अस्पताल पहुंचे मरीज कर रहे हैं। चेस्ट फिजिशियन कक्ष में हर रोज औसतन 20 अस्थमा मरीज पहुंच रहे हैं। इनकी हिस्ट्री में धूल, धुआं और वायु प्रदूषण के अलावा आनुवंशिक होने की बात सामने आ रही है। जिला अस्पताल के श्वांस रोग विशेषज्ञ एवं चेस्ट फिजिशियन डॉ. रंजन कुमार सिंह ने बताया कि अस्थमा सांस से जुड़ी एक गंभीर बीमारी है, जो धूल, धुआं, वायु प्रदूषण से होती है। यदि माता-पिता अस्थमा रोगी है, तो बच्चों को यह बीमारी होने की आशंका अधिक होती है। सोमवार को ओपीडी में पहुंचे 150 मरीजों में 20 अस्थमा पीड़ित शामिल रहे। डॉक्टर ने इन मरीजों को नियमित दवा लेने के साथ ही शुद्ध वातावरण में रहने व धूल और धुंआ व धूम्रपान से दूर रहने ...