हापुड़, जुलाई 15 -- आस्था का सागर जहां प्राचीन महादेव के मंदिर पर चल रहा था, भगवान शिव को मनाने के लिए पहले सोमवार पर जलाभिषेक किया जा रहा था। वहीं मंदिर के बाहर एक बाइक की ओट में दो छोटे बच्चे बेलपत्थर के पेड़ से बेल के पत्ते, फूल और आंखे के पत्ते छोटी सी टोकरी में रख कर बेच रहे थे। जिनसे पूछा गया तो बताया कि मम्मी बीमार और पापा कुछ करते नहीं, तो हम पत्ते और फूल ले आए। मम्मी का इलाज कराने के लिए दवाई ले जाएंगे। गढ़मुक्तेश्वर तीर्थनगरी के ऐतिहासिक प्राचीन नक्का कुआं मुक्तेश्वरा महादेव मंदिर के बाहर का लाइव नजारा था। सावन के पहले सोमवार को दो छोटे बच्चे सड़क के किनारे खड़ी किसी शिवभक्त की बाइक के नीचे बैठे थे। दोनों बच्चे की एक छोटी सी टोकरी में जंगल से बेल के पत्ते, आंखे के पत्ते , थोड़े से फूल लेकर बैठे थे। जिनकी आंखें किसी खरीदार का इंत...