बोकारो, दिसम्बर 23 -- वामपंथी दलों की ओर से मनरेगा को बदले जाने के खिलाफ सोमवार को नया मोड़ बिरसा चौक पर प्रतिरोध सभा आयोजित किया गया। सीपीएम के राज्य कमिटी सदस्य राज कुमार गोरांई ने कहा वामपंथी दलों ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के बुनियादी चरित्र को बदलने के लिए बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के कदम का दृढ़ता से विरोध किया। जिसे यूपीए सरकार पर वामपंथी दलों द्वारा किए गए दबाव के कारण अधिनियमित किया गया था। सोमवार को रोजगार और अजेविका मिशन (ग्रामीण) विधेयक, 2025 वीबी जी-राम-जी बिल के खिलाफ, जो मनरेगा को बंदल कर लाया जा रहा हैं पूरे देशव्यापी संघर्ष जारी चल रहा है। एसयूसीआई के मोहन चौधरी ने कहा मनरेगा एक सार्वभौमिक, मांग-संचालित कानून है जो काम करने के लिए सीमित अधिकार प्रदान करता है। सीपीआई के राजे...